महाकुंभ और कल्पवास आध्यात्मिक और सांस्कृतिक यात्रा का अद्वितीय संगम है। यह 45 दिनों का विशेष अनुष्ठान है जिसमें श्रद्धालु गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम पर अपने जीवन को शुद्ध करने और आत्मिक उन्नति प्राप्त करने का प्रयास करते हैं। कल्पवास के दौरान श्रद्धालु 21 नियमों का पालन करते हैं, जिनमें सादा भोजन, ब्रह्मचर्य, दैनिक स्नान, ध्यान और भजन-कीर्तन प्रमुख हैं। यह यात्रा आत्मसंयम, तप और आस्था का परिचायक है। महाकुंभ केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि जीवन के मूल्यों को आत्मसात करने और अपने भीतर दिव्यता को जागृत करने का अवसर है।
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