सनातन की अलख जगाने को जूना अखाड़े का भव्य प्रवेश

सनातन की अलख जगाने को जूना अखाड़े का भव्य प्रवेश

श्रेणी : कुंभ | लेखक : Rajesh Dwivedi | दिनांक : 14 December 2024 22:15

सनातन की अलख जगाने को जूना अखाड़े का भव्य प्रवेश

-छावनी प्रवेश की शोभा यात्रा में दिखी दिव्य, भव्य  आयोजन की झलक

-अनुगामी बनकर किन्नर अखाड़े ने भी छावनी में किया प्रवेश

-विदेश से भी आए साधु संत

महाकुम्भ नगर , 14 दिसंबर। 

नए वर्ष में शुरू होने वाले महाकुम्भ में जन आस्था के सबसे बड़े आकर्षण 13 अखाड़ों का महाकुम्भ नगर में शनिवार से प्रवेश का सिलसिला शुरू हो गया है। इसी कड़ी में श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े ने पूरी भव्यता और राजसी अंदाज के साथ महाकुम्भ नगर में प्रवेश किया। जूना अखाड़े के साथ किन्नर अखाड़े ने भी अनुगामी बनकर अपनी छावनी में प्रवेश किया। 

महाकुम्भ नगर में अपनी छावनी

त्रिवेणी के तट पर लगने जा रहे आस्था के महा समागम महाकुम्भ में शामिल होने के लिए अखाड़ों का महाकुम्भ नगर में प्रवेश का सिलसिला शुरू हो गया है। शनिवार को श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े ने अपने आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी की अगुवाई में अपनी छावनी में प्रवेश किया। जूना अखाड़े के श्री मौज गिरी आश्रम से शुरू हुई जूना का यह छावनी प्रवेश महा कुम्भ नगर के सेक्टर 20 में समाप्त हुआ। जूना अखाड़े के राष्ट्रीय प्रवक्ता महंत नारायण गिरी का कहना है कि इस प्रवेश यात्रा में आचार्य महा मंडलेश्वर सहित 65 महा मंडलेश्वरों ने हिस्सा लिया। सौ से अधिक शाही बग्घियों में सवार होकर 8 हजार से अधिक साधु संत छावनी पहुंचे। 

अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी का कहना है कि दुनिया भर के करोड़ों लोगों की नजरें हमारे सनातन संस्कृति के कालजयी पर्व पर हैं। हमारे अखाड़े का छावनी प्रवेश में पहला दिन होगा जिसके बाद अखाड़े के सभी पूजा अनुष्ठान छावनी में स्थापित देवता के समक्ष होंगे।


किन्नर अखाड़े की देवत्व यात्रा में शामिल हुए सैकड़ों किन्नर

श्री पंच दशनाम अखाड़े के साथ उसका अनुगामी बनकर किन्नर अखाड़े ने भी अपनी प्रवेश यात्रा निकाली। किन्नर अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी की अगुवाई में यह प्रवेश यात्रा निकाली गई जिसमें किन्नर अखाड़े के सैकड़ों सदस्यों ने हिस्सा लिया। भव्य राजसी सिंहासनों में सवार होकर किन्नर अखाड़े की सवारी निकली। 

दिखी झलक 

श्री पंच दशनाम अखाड़े के छावनी प्रवेश मार्ग में योगी सरकार की तरफ से विशेष व्यवस्था की गई थी। सम्पूर्ण मार्ग पहली बार अखाड़ों के जुलूस के ऊपर से गुजरने वाले बिजली के तारों से मुक्त कर दिया गया। इसके अलावा मार्ग से बिजली के पोल हटाकर अंडर ग्राउंड केबल बिछाई गई। पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के मुख्य अभियंता प्रमोद कुमार सिंह ने बताया कि छावनी प्रवेश के सभी मार्गों से बिजली के पोल हटा दिए गए हैं। स्पेन से आई जूना अखाड़े की अवधूत संत अंजना गिरी बताती हैं कि वह 30 बरस से हर कुम्भ और महाकुम्भ आ रही हैं लेकीन महा कुम्भ में इतनी स्वच्छता और इतनी भव्यता कभी नहीं दिखी।